प्यारे पवन दीप इन दिनों आपको टीवी में अलग अलग भाव भंगिमाओं के साथ देख रहा हूं। आप आदरणीय कबोतरी देवी के नाती हो। कबोतरी देवी का अर्थ है सुर साधना। उनके तप साधना का प्रताप था कि उस परिवार में आप जन्में। आपने संगीत को बहुत गंभीरता से लिया। साजों पर निपुणता पाई। और गायन शैली के मापंदंडों को समझा। तुम पर देश नाज करता है।
पर अब कुछ डर सा लग रहा है। टीवी के बहुत ही नाटकीय किस्म के कार्यक्रमों में आप समय दे रहे हैं। वहां की सेलिब्रिटी आप जरूर हो गए हैं पर ये आपका रास्ता नहीं। आपको तो एसडी बर्मन मदन मोहन रफी और आर रहमान होना है। गजब विलक्षण प्रतिभा है आपमें। टीवी के इन नाटकीय कार्यक्रमों में अपने को भटका मत देना। तुमने एक प्यारे से बंगाल के बच्चों को कहा इसमें मिट्टी की आवाज है। सच एसडी बर्मन के गीतों को और भटियाली बाउल संगीत पर जिस तरह गाता है वो अद्भुत है। आपने उसे मांजा भी है और उससे एकतारा भी सीखा। मेरी भावनाएं तुम दोनों के लिए हैं। तुम दोनों मिट्टी के हो मिट्टी की खूबसूरती को समझना। आज के दौर में टिके रहने के लिए अपने को बनाए रखने के लिए कुछ मजबूरियां भी होती है। इसे समझते हैं। पर फिर भी तुम अदुभुत हो। ढर्रे: को तोड़ना भी तो आपके लिए ही संभव हैं। प्रिय पवन पवन के लहराते झोंकों की तरह चलना। आंधी में बिखर मत जाना ।
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